Monday, July 18, 2011

शीला और मुन्नी : धन्यवाद! Copyright ©






















किसने कहा शीला की जवानी बेकार गयी
मुन्नी ऐसे ही बदनाम भई
मृगनयनी आँखों वाली इन देवियों ने तो
मुंबई विस्फोटों से देश का ध्यान बँटाया
माँस के बिखरे लोथडोन से कवरेज हटाया
दिग्विजय जी को मिला गॅस एजेन्सी बाँटने ना मौका
चिदंबरम को भी मिल गये श्रोता
यह जवानी कहाँ बेकार गयी
मुन्नी ऐसे ही थोड़ी ना बदनाम भई


तीन और बरस बीत जाने दो
भेल पूरी और चाट में सबको फिर भीग जाने दो
लालू जी को रेल मिनिस्ट्री फिर चलाने दो
और कीड़े मकोडे मर जाने दो
मरीने ड्राइव को फिर मुस्कुराने दो
फिर एक धमाका हो जाने दो
मुंबई को फिर एक पल उठके सो जाने दो
फिर मुन्नी को एक बार फिर बदनाम हो जाने दो
शीला की ज्वानी फिर चढ़ जाने दो


आओ अफ़ज़ल तुम भी आओ, दाल गोश्त पका है तुम भी खाओ
कसाब तेरी कसम, तुझे मरने ना देंगे
सूली चाड़ने ना देंगे
मेहमान नवाज़ी के हम दिग्गज हैं
तेरे जैसे फूल हमारी जेलों में फिर खिलेंगे
तुम आना हर तीन साल, सैंतालीस ले आना , करना धमाल
हम तो जनसंख्या के धनी है
तुम भी आओ मार गिरओ
हम तुम्हे शीला से मिला देंगे
मुन्नी बदनाम करवा देंगे
तुम बोलो और क्या चाहिए
पुर न्यूज़ चॅनेल्स में तुम्हे फेमस बना देंगे


हमें कोई फ़र्क नही पड़ता ऐसे धमाकों से
इस से बड़े धमाके तो हमारी फ़िल्मो में होते हैं
शीला जल उठती है पर्दे पे
और हर गली कूचे में मुन्नी बदनाम होती है
हमारी दिल्ली में कभी ना शाम होती है
मज़मे लगे हैं हर ओर, मदारी मचाते हैं कुर्सी से शोर
हम जनता जनार्दन तो बस बम के धमाकों के बाद सो जाते हैं
इटली के हाथों में है अपनी बागडोर...


मुन्नी तू मुफ़्त में बदनाम ना हुई
शीला तेरी जवानी की शाम ना हुई
तुम दोनो की कमर की थिरकन पे ही देश टिका है
कितने बम फटे, तुम्हारी गर्मी पे ही
सबका स्वार्थ सिका है..
मैं तो कहता हूँ मुन्नी जब बदनाम ही हो गयी हो तो
नेता ही बन जाओ, देश तो मैं कहता हूँ तुम ही चलाओ
शीला, तुम्हारी सखी वैसे भी दिल्ली में बैठी है
जवानी छोड़ो तुम, फ़ौरन कुर्सी पे बैठ जाओ
कम से कम लोगों को विश्वास तो हो जाएगा
कि बदनाम मंत्री अब देश चलाएगा
पगड़ी वाला बाबा चुप जो बैठा है
कम से कम इटली से तो ना अपनी पगड़ी बँधवाएगा


कमर कस लो मुन्नी
ना लड़ें शिया और सुन्नी
बागडोर तुम्हारे हाथ में शीला
होगा नही आतंकवाद के लहू से भारत गीला
तुम दोनो ऐसे देश चलाना
कि नशे में चूर रह जाए ज़माना
बम फटे या दंगे हो
लोग केवल गाते रहें तुम्हारा गाना

मुन्नी बदनाम हुई ..देश के लिए
शीला की जवानी अब सेल के लिए

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